
Chief Minister Yogi आदित्यनाथ ने दो दिवसीय राष्ट्रीय जलवायु सम्मेलन-2023 का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने जुलाई में राज्य में 35 करोड़ पेड़ लगाने की घोषणा की।
एक ओर विकास आज की आवश्यकता है, दूसरी ओर हम पर्यावरण और प्रकृति के प्रति अपनी ज़िम्मेदारियों से मुक्त नहीं हो सकते। आज हम सभी मनुष्य प्रकृति के अत्यधिक उपयोग के द्वारा आमंत्रित की गई असाध्य प्रभावों के शिकार हो रहे हैं। जलवायु परिवर्तन आज दुनिया के सामने एक मुख्य चुनौती है।
पिछले वर्षों में, हमने उसके बुरे प्रभावों को असमय भारी बारिश के रूप में देखा है। भारत की परंपरा हमेशा पर्यावरण मित्र है। यह पृथ्वी हमारी माता है और हम सभी उसके पुत्र हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, भारत पर्यावरण संरक्षण के नए मार्ग को पूरी दुनिया के सामने दर्शाने के लिए काम कर रहा है। उत्तर प्रदेश में इस दिशा में लगातार काम हो रहा है।
उन्होंने घोषणा की कि आगामी जुलाई महीने में, प्रदेश भर में 35 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। 2017 से अब तक, यूपी में 133 करोड़ पौधारोपण का काम किया गया है। इसी कारण आज पर्यावरण संरक्षण के संबंध में प्रदेश की जनता के बीच एक सकारात्मक भावना उत्पन्न हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय जलवायु सम्मेलन-2023 का उद्घाटन करते हुए ये बातें कहीं।
Chief Minister Yogi आदित्यनाथ ने राष्ट्रीय जलवायु सम्मेलन के दो दिवसीय आयोजन पर देशभर से आए अतिथियों का स्वागत करते हुए और बधाई देते हुए कहा कि वेदों में अथर्ववेद की एक मंत्रात्मक छंद धरती से अतुल्य वफादारी के साथ हमें जोड़ने की कोशिश करती है। इसके अनुसार धरती हमारी माता है और हम सभी इसके पुत्र हैं।
पूरी जीवित रचना में प्रकृति द्वारा माँ के प्रति जिम्मेदारी का दर्शन दिया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जलवायु परिवर्तन एक बड़ी चुनौती है। पिछले साल हमने असमय अधिक वर्षा देखी है। जनता जिस समय अपनी खेती के लिए जल चाहती है उस समय बारिश नहीं होती और फसल की कटाई के समय असमय बारिश सब मेहनत का नष्ट कर देती है। मैंने अपनी जनता जीवन के 25 वर्षों में कभी अक्टूबर में बाढ़ नहीं देखी है।